Tuesday, January 22, 2013

हमे बचाओ - Save the Animals



उपरवाले ने दिया हैं इंसानों को इतनी बड़ी दुनिया , फिर क्यों हमारी दुनिया में दखलंदाजी करते हैं |

घर उनके बस जाये , इसलिए हमारे घरों को उजड़ते हैं |

कोई सहारा नहीं हमारा , हम हैं उपरवाले के रहमों कर्मो पर,

क्या यह हैं गुनाह , की हमारे घर ज़बरदस्ती घुसे इन लोगों को हम ऊपर पोहोच देते हैं |

यह वादियाँ जैसे इंसानों की हैं , कभी थी हमारी, हमेशा इंसान अपने फायदे के लिए हमे ही मार जाते हैं |

कुछ तो रहम करो अब तो इंसानों , छोड़ दो हमे अपने हाल पर,

अगर अच्छा न कर सकते हो , बुरा भी तो मत करो |

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